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Kamalagatta Mala (Lotus Seeds) Puja /Jaap Mala | जाप माला

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कमल गट्टे की माला देवी लक्ष्मी का प्रतीक है । यदि कोई इस माला का उपयोग  देवी लक्ष्मी के मंत्र के जाप के लिए करता है तो देवी आसानी से प्रसन्न होती हैं और धन और सुख प्रदान करती है ।

Kamalgatta Mala Benefits/कमलगट्टा माला के लाभ 

The lotus flower has a revered place in the scriptures, Goddess Lakshmi, the Goddess of wealth and opulence, fulfills all desires by worshiping this flower.

A garland made from lotus seeds is called a lotus garland, a garland of lotus is considered auspicious for the worship of Goddess Lakshmi. In the worship of Goddess Lakshmi, the Kamalgatta (Kamalgatta Mala Benefits) always keeps her special grace.

If you are facing financial problems, continuous loss of business or any other problem, then the solution to your problem is the garland of lotus leaf, wearing this garland keeps the grace of Mother Lakshmi on you.

Precautions for the Kamalgatta Mala:

Keep the Kamalgatta Mala (Kamalgatta Mala Benefits) by chanting mantra along with camphor, otherwise this garland may become worm infested. If there is no camphor, neem leaves can also be kept.

Benefits of the Kamalgatta Mala:

If the idol or picture of Goddess Lakshmi is placed in the house, by putting a lotus garland on it, then there is a continuous flow of wealth in the house.

Just by wearing the garland of lotus leaf, the trapped money starts coming out, the work starts going well and the enemy is destroyed.

Auspicious occasions like Akshaya Tritiya, Deepawali, and Akshay Navami are amazing benefits from wearing a Kamalgatta mala (Kamalgatta Mala Benefits) by chanting the Kanakdhara Stotra or Sri Sukta.

According to the scriptures, if on any Amavasya night goddess Lakshmi is oblate with 108 Kamalgatte sacrifices with the Bija Mantras, then poverty will be removed from your house forever.

Siddha | Energised the Kamalgatta Mala:

The Kamalgatta Mala is easily found, but it is not the famous energized garland (Mala), some people think that washing the garland in raw milk makes the garland energized, but it is not so, all the garlands to be consecrated It has its own rules and regulations, the Kamalgatta mala is done with the mantras of Mahalakshmi  , Sri Sukta Vidhan, then chanting the mantra, then this garland will be energized.

 To get the full benefit of the lotus leaf garland, after offering the following mantra [Om Shreen Hreen Kleen Shreen Siddha Lakshyamayen Namah], offer 108 akshata (rice) on the lotus seeds garland after bathing in the morning on Friday or any auspicious occasion.

।। ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं श्रीं सिद्ध लक्ष्यमयें नमः।।

धर्म शास्त्रों में कमल के फूल को पूजनीय स्थान प्राप्त है, इस फूल कि पूजा करने से धन और ऐश्वर्य कि देवी माँ लक्ष्मी प्रसन्न होकर सभी मनोकामनायें पूर्ण करती है।

कमल के बीजों से बनी माला को कमल गट्टे की माला कहा जाता है, माँ लक्ष्मी की उपासना-साधना के लिए कमल गट्टे की माला  को सर्वाधिक शुभ माना जाता है। माँ लक्ष्मी की पूजा में कमल गट्टे की माला को अर्पित करने से उनकी सदा विशेष कृपा बनी रहती है।

यदि आपको धन की तंगी हो रही हो, निरंतर व्यवसाय में घाटा हो रहा हो या फिर अन्य कोई समस्या हो, तो आपकी समस्या का हल है कमलगट्ठे की माला, इस माला को धारण करने से माँ लक्ष्मी की कृपा दृष्टी आप पर बनी रहती है।

कमलगट्टे की माला/Kamalgatta Mala Benefits के लिए सावधानी:

कमलगट्टे की माला (Kamalgatta Mala Benefits) मन्त्र जाप करके या अन्य उपयोग करके कपूर के साथ रखें अन्यथा इस माला नें कीड़ा लग सकता है। यदि कपूर न हो तो नीम के पत्ते भी रख सकते है।

कमलगट्टे की माला/Kamalgatta Mala Benefits के लाभ:

यदि घर में माँ लक्ष्मी की मूर्ति या तस्वीर पर,कमलगट्टे की माला (Kamalgatta Mala Benefits) को चढ़ा कर रक्खे तो घर में निरंतर धन की वर्षा होती रहती है।

कमलगट्ठे की माला (Kamalgatta Mala Benefits) को धारण करने मात्र से फसा हुआ धन निकलने लगता है, कार्य अच्छा चलने लगता है और घन शत्रु का नाश होता है।

अक्षय तृतीया, दीपावली, तथा अक्षय नवमी जैसे शुभ अवसर पर कनकधारा स्तोत्र या श्री सूक्त का जप कर कमलगट्ठे कि माला (Kamalgatta Mala Benefits) को धारण करने से आश्चर्यजनक लाभ प्राप्त होते है।

शास्त्र अनुसार यदि किसी भी अमावस्या की रात्रि को लक्ष्मी बीज मंत्रो से 108 कमलगट्टे की आहुति देता है, तो आपके घर से दरिद्रता हमेशा के लिए दूर हो जाएगी।

कमलगट्टे की माला पूजा:

माँ लक्ष्मी की चांदी या किसी अन्य धातु से बनी मूर्ति को पंचामृत से स्नान करवा कर, लाल चंदन, कुंकुम, लाल अक्षत, कमल का फूल चढ़ाकर दूध से बनी खीर का भोग लगाएं और कमलगट्टे की माला (Kamalgatta Mala Benefits) को माँ को पहना दे।

सिद्ध | जाग्रत कमलगट्टे की माला:

कमलगट्टे की माला हर जगह आसानी से मिल जाती है, पर वह प्राण प्रतिष्ठित माला नही होती, कुछ लोगो सोचते है, माला को कच्चे दूध में धोने से माला प्राण-प्रतिष्ठित हो जाती है, पर ऐसा नही है, सभी मालाओं को प्राण प्रतिष्ठित करने का अपना-अपना नियम और विधान है, कमल गट्टे की माला को महालक्ष्मी के बीज मंत्रो से सम्पुटित श्री सूक्त विधान किया जाता है, फिर मन्त्र जाप होता है तब जाकर यह माला सिद्ध होती है।

कमलगट्टे की माला (Kamalgatta Mala Benefits) का पूर्णरूप से लाभ प्राप्त करने के लिए, किसी भी शुक्रवार के दिन या किसी शुभ अवसर पर प्रात: स्नान करने के बाद ।। ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं श्रीं सिद्ध लक्ष्यमयें नमः।। मन्त्र कम से कम 108 बार बोलकर कमलगट्टे की माला (Kamalgatta Mala Benefits) के ऊपर अक्षत (चावल) चढ़ाये । ऐसा करने से माला एक्टिव हो जाती है।

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